Dipole moment
विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण (electric dipole moment) किसी मंडल में ऋणात्मक (नेगाटिव) और धनात्मक (पोज़िटिव) विद्युत आवेशों (चार्ज) की दूरी के मापन को कहते हैं। यह उस मंडल में हुए आवेशों के ध्रुविकरण को मापता है और अन्तर्राष्ट्रीय इकाई प्रणाली में इस की इकाई कूलम्ब-मीटर (Coulomb-meter) में लिखी जाती है।
यदि दो बराबर परन्तु विपरीत प्रकृति के बिन्दु आवेश एक-दुसरे से अल्प दूरी पर स्थित हों तो वे वैद्युत द्विध्रुव (एलेक्ट्रिक डाइपोल) की रचना करते है। अनेक अणु जैसे HCl, HBr, H2O, CO2, NH3, CH4 आदि वैद्दुत द्विध्रुव होते हैं।
रासायनिक ध्रुवीयता (chemical polarity)
रसायनशास्त्र में रासायनिक ध्रुवीयता (chemical polarity) किसी अणु (मोलिक्यूल) या उसके अंशों में विद्युत आवेशों (चार्जों) में होने वाले अलगाव को कहते हैं जिसके कारण अणु के कुछ भागों में ऋणात्मक (निगेटिव) आवेश और कुछ में धनात्मक (पोज़िटिव) अवेश देखा जा सकता है। इस से अणु में विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण (electric dipole moment) या बहुध्रुव आघूर्ण (multipole moment) देखा जाता है। जब ऐसे द्विध्रुव या बहुध्रुव वाले कई अणु एकत्रित हों तो इन ध्रुवों के आकर्ष्ण या अपकर्षण से उनमें आपसी व्यवस्था बनती है। बर्फ़ के क्रिस्टल का ढांचा जल अणुओं में ध्रुवीयता के कारण ही होता है। रासायनिक ध्रुवीयता का प्रभाव रसायनों के कई अन्य भौतिक लक्षणों पर भी पड़ता है, मसलन पृष्ठ तनाव, विलेयता, पिघलाव तापमान और उबलाव तापमान।
विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण (electric dipole moment)
यदि दो बराबर के बिन्दु आवेश (चार्ज) हों - एक ऋणात्मक और दूसरा धनात्मक - जिन्हें +q और −q लिखा जाये और उन दोनों के बीच का (ऋणात्मक से धनात्मक दिशा में जाता हुआ) विस्थापन सदिश (डिसप्लेसमेंट वेक्टर) d हो, तो अगर विद्युत द्विध्रुव आघूर्ण को p द्वारा दिखाया जाये तो वह इस प्रकार होगा:
इसमें p की दिशा भी ऋणात्मक से धनात्मक की ओर होगी।
द्विध्रुव आघूर्ण एक सदिश राशि है|
यदि बहुत से बिन्दु आवेश हों तो उनका विद्युत द्विध्रुवाघूर्ण निम्नलिखित तरीके से परिभाषित किया जाता है-
जहाँ ri , आवेश qi का स्थिति सदिश है।
विद्युत क्षेत्र E में रखे द्विध्रुव पर लगने वाला बलाघूर्ण
चुम्बकीय आघूर्ण (magnetic moment)
किसी चुम्बक का चुम्बकीय आघूर्ण (magnetic moment) वह राशि है जो बताती है कि उस चुम्बक को किसी वाह्य चुम्बकीय क्षेत्र में रखने पर वह कितना बलाघूर्ण अनुभव करेगा। छद़ चुम्बक, एक लूप जिसमें विद्युत धारा बह रही हो, परमाणु का चक्कर काटता इलेक्ट्रॉन, अणु, ग्रह आदि सभी का चुम्बकीय आघूर्ण होता है।