उर्ध्वपातन

Sublimation

उर्ध्वपातन एक भौतिक-रासायनिक प्रक्रिया है। किसी तत्व द्वारा अपनी अवस्था को ठोस से सीधे गैस मे परिवर्तित करने को कहते हैं, इस पूरी प्रक्रिया के दौरान तत्व की अवस्था किसी मध्यवर्ती द्रव अवस्था मे परिवर्तित नहीं होती है।

उर्ध्वपातन का विपरीत निक्षेपण होता है।

रसायन विज्ञान में ऊर्ध्वपातन विधि द्वारा दो ऐसे ठोसों के मिश्रण को अलग करते हैं, जिसमें एक ठोस ऊर्ध्वपातित हो, दूसरा नहीं। ऐसे ठोसों के मिश्रण को गर्म करने पर ऊर्ध्वपातन ठोस सिधे वाष्ण अवस्था में परिवर्तित हो जाता है। इस वाष्ण को अलग ठंडा कर लिया जाता है। इस प्रकार दोनों ठोस पृथक्‌ हो जाते हैं। इस विधि के द्वारा कपूर, नेफ्थलीन, अमोनियम कलोराइड, एंथ्रासीन, बेंज़ोइक अम्ल आदि पदार्थ शुद्ध किये जाते हैं।

पदार्थ के अंतर-रूपांतरण के प्रकार

निम्नलिखित है:

  1. संलयन और दृढ़ीभवन : वह प्रक्रिया जिससे ठोस परिवर्तित होकर द्रव बन जाता है उसे संलयन कहते है और इसके विपरीत प्रक्रिया को दृढ़ीभवन कहा जाता है।
  2. वाष्पीकरण और संघनन: वह प्रक्रिया जिससे द्रव परिवर्तित होकर वाष्प बन जाता है उसे संलयन कहते है और इसके विपरीत प्रक्रिया को संघनन कहा जाता है।
  3. उर्ध्वपतन: कुछ ठोस, गर्म करने पर सीधे वाष्प में बदल सकते हैं, और वाष्प ठंडा करने पर ठोस में बदल जाता है|

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